मेरठ सिटी से बसपा विधायक हाजी याकूब कुरैशी पार्टी से निलंबित
उत्तर प्रदेश, क्षेत्रीय, ताजा खबरें, राजनीति 10:56 pm
आँखों देखी न्यूज़ संवाददाता : विवादित टिप्पणी के लिए हमेशा सुर्खियों में रहने वाले मेरठ सिटी से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक हाजी याकूब कुरैशी को इस बार बयानबाजी भारी पड़ गई.
सिखों पर की गई अपमानजनक टिप्पणी के लिए उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया. इतना ही नहीं पार्टी ने उन्हें पूर्व में दिए गए कई विवादित बयानों को भी आपत्तिजनक माना है. पार्टी के सभी नेताओं को निर्देश दे दिया गया है कि कुरैशी को पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में न बुलाया जाए.
यहां तक कि सरकार की ओर से इस मामले में जिला प्रशासन को कुरैशी के खिलाफ उचित कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए गए हैं. इससे पहले कुरैशी ने 2006 में मोहम्मद साहब का आपत्तिजनक कार्टून बनाने वाले डेनमार्क के एक कार्टूनिस्ट का सर कलम करने वाले शख्स को 51 करोड़ रुपये का नकद इनाम और उसके वजन के बराबर सोना देने का सनसनीखेज एलान किया था.
बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती की ओर से प्रदेश अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाजी याकूब कुरैशी को पार्टी से निकालने का आदेश सुनाया. मौर्य ने बताया कि मेरठ में आधुनिक पशुवधशाला के शिलान्यास कार्यक्रम में हाजी याकूब ने सिख समाज पर अपमानजनक टिप्पणी की थी. मौर्य का अनुसार कुरैशी ने कहा था, 'लोग कहते हैं कमेले ( बूचड़खाना ) में रोजाना हजारों पशु काटे जा रहे हैं, लेकिन यदि सौ भैंस एक साथ खड़ी कर दी जाएं तो वह हजारों दिखाई देती हैं.
यह ठीक उसी तरह है जैसे दो सौ ***** को एक साथ छोड़ दें तो लगेगा पूरा शहर ****** का है.' मौर्य ने कहा कि किसी जाति विशेष पर ऐसी टिप्पणी करना पार्टी संविधान के खिलाफ है. इस टिप्पणी से सिख और पंजाबी समाज की भावना को ठेस पहुंची.
ऐसी गैर-मर्यादित टिप्पणी करने के आरोप में हाजी याकूब को पार्टी से निष्कासित किया गया है
सिखों पर की गई अपमानजनक टिप्पणी के लिए उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया. इतना ही नहीं पार्टी ने उन्हें पूर्व में दिए गए कई विवादित बयानों को भी आपत्तिजनक माना है. पार्टी के सभी नेताओं को निर्देश दे दिया गया है कि कुरैशी को पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में न बुलाया जाए.
यहां तक कि सरकार की ओर से इस मामले में जिला प्रशासन को कुरैशी के खिलाफ उचित कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए गए हैं. इससे पहले कुरैशी ने 2006 में मोहम्मद साहब का आपत्तिजनक कार्टून बनाने वाले डेनमार्क के एक कार्टूनिस्ट का सर कलम करने वाले शख्स को 51 करोड़ रुपये का नकद इनाम और उसके वजन के बराबर सोना देने का सनसनीखेज एलान किया था.
बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती की ओर से प्रदेश अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाजी याकूब कुरैशी को पार्टी से निकालने का आदेश सुनाया. मौर्य ने बताया कि मेरठ में आधुनिक पशुवधशाला के शिलान्यास कार्यक्रम में हाजी याकूब ने सिख समाज पर अपमानजनक टिप्पणी की थी. मौर्य का अनुसार कुरैशी ने कहा था, 'लोग कहते हैं कमेले ( बूचड़खाना ) में रोजाना हजारों पशु काटे जा रहे हैं, लेकिन यदि सौ भैंस एक साथ खड़ी कर दी जाएं तो वह हजारों दिखाई देती हैं.
यह ठीक उसी तरह है जैसे दो सौ ***** को एक साथ छोड़ दें तो लगेगा पूरा शहर ****** का है.' मौर्य ने कहा कि किसी जाति विशेष पर ऐसी टिप्पणी करना पार्टी संविधान के खिलाफ है. इस टिप्पणी से सिख और पंजाबी समाज की भावना को ठेस पहुंची.
ऐसी गैर-मर्यादित टिप्पणी करने के आरोप में हाजी याकूब को पार्टी से निष्कासित किया गया है
Posted by राजबीर सिंह
at 10:56 pm.