केंद्रीय गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने अपने इस्तीफे की धमकी दी
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2जी मामले में अपना नाम आने से खफा केंद्रीय गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने अपने इस्तीफे की धमकी दी है.
पिछले तीन दिन के अंदर वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी की सोनिया से यह दूसरी मुलाकात है. पार्टी सूत्रों ने बताया कि प्रणव की सोनिया से मुलाकात के पहले रक्षा मंत्री एके एंटनी और सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल ने कांग्रेस अध्यक्ष से विचार-विमर्श किया.
गौरतलब है कि वित्त मंत्रालय के विवादास्पद नोट के बाद संकट में घिरी कांग्रेस-नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार अब इससे उबरने के लिए फूंक-फूंक कर कदम रखने जा रही है.
कांग्रेस अब पूरी तरह से चिदंबरम के बचाव में आ गयी है. प्रणब मुखर्जी और यहां तक कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी उन्हें पूरी तरह से निर्दोष साबित करने की कोशिश में हैं.
वित्त मंत्रालय के इस नोट में कहा गया था कि वित्त मंत्री पी चिदंबरम नीलामी प्रक्रिया से स्पेक्ट्रम देने पर जोर देकर पुरानी दरों पर स्पेक्ट्रम आवंटन को रोक सकते थे.
समझा जाता है कि 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में चिदंबरम को भी सीबीआई जांच के दायरे में लाने संबंधी जनता पार्टी प्रमुख सुब्र±मण्य स्वामी की याचिका पर गुरूवार को कोर्ट में होने वाली सुनवाई के दौरान सरकार मजबूती के साथ अपना पक्ष रखेगी. बुधवार को देर रात चले घटनाक्रम के तहत केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी को पत्र लिखा था, जिसमें अपने मंत्रालय के नोट के संबंध में स्थिति साफ की गई थी.
सूत्रों के मुताबिक इसमें उन्होंने यह स्पष्ट किया है कि यह नोट पी चिदंरबम को न ही अपराधी ठहराता है और न ही वित्त मंत्री के रूप में उन्हें संल्पितता बताता है.
ऎसा माना जाता है कि मुखर्जी ने इस तथ्य पर भी जोर दिया है कि नोट के बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय से जु़डाव रखा गया है और इसे इनपुट भी दिए हैं. वित्त मंत्री के पत्र में सफाई के तौर पर घटनाक्रम का विस्तृत ब्योरा भी दिया गया है जिसके तहत 2जी पर नोट बनाया गया. इस पूरे घटनाक्रम अहम बात यह है कि संप्रग प्रमुख सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मजबूती के साथ चिदंबरम के पीछे ख़डे नजर आए हैं. प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा है कि गृहमंत्री की ईमानदारी पर उन्हें कोई संदेह नहीं.
सूत्रों की मानें तो चौतरफा घिरे चिदंबरम 2जी मामले में नाम आने पर धमकी दे रहे हैं.
2जी मुद्दे पर वित्त मंत्रालय के नोट से उपजे विवाद पर प्रणव मुखर्जी ने सोनिया गांधी से मुलाकात की है.
मुखर्जी की सोनिया से यह मुलाकात प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे उनके उस पत्र के बाद हुई है जिसमें वित्त मंत्री ने टूजी स्पेक्ट्रम के विवादास्पद आवंटन से जुड़े घटनाक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी थी.पिछले तीन दिन के अंदर वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी की सोनिया से यह दूसरी मुलाकात है. पार्टी सूत्रों ने बताया कि प्रणव की सोनिया से मुलाकात के पहले रक्षा मंत्री एके एंटनी और सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल ने कांग्रेस अध्यक्ष से विचार-विमर्श किया.
गौरतलब है कि वित्त मंत्रालय के विवादास्पद नोट के बाद संकट में घिरी कांग्रेस-नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार अब इससे उबरने के लिए फूंक-फूंक कर कदम रखने जा रही है.
कांग्रेस अब पूरी तरह से चिदंबरम के बचाव में आ गयी है. प्रणब मुखर्जी और यहां तक कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी उन्हें पूरी तरह से निर्दोष साबित करने की कोशिश में हैं.
वित्त मंत्रालय के इस नोट में कहा गया था कि वित्त मंत्री पी चिदंबरम नीलामी प्रक्रिया से स्पेक्ट्रम देने पर जोर देकर पुरानी दरों पर स्पेक्ट्रम आवंटन को रोक सकते थे.
समझा जाता है कि 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में चिदंबरम को भी सीबीआई जांच के दायरे में लाने संबंधी जनता पार्टी प्रमुख सुब्र±मण्य स्वामी की याचिका पर गुरूवार को कोर्ट में होने वाली सुनवाई के दौरान सरकार मजबूती के साथ अपना पक्ष रखेगी. बुधवार को देर रात चले घटनाक्रम के तहत केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी को पत्र लिखा था, जिसमें अपने मंत्रालय के नोट के संबंध में स्थिति साफ की गई थी.
सूत्रों के मुताबिक इसमें उन्होंने यह स्पष्ट किया है कि यह नोट पी चिदंरबम को न ही अपराधी ठहराता है और न ही वित्त मंत्री के रूप में उन्हें संल्पितता बताता है.
ऎसा माना जाता है कि मुखर्जी ने इस तथ्य पर भी जोर दिया है कि नोट के बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय से जु़डाव रखा गया है और इसे इनपुट भी दिए हैं. वित्त मंत्री के पत्र में सफाई के तौर पर घटनाक्रम का विस्तृत ब्योरा भी दिया गया है जिसके तहत 2जी पर नोट बनाया गया. इस पूरे घटनाक्रम अहम बात यह है कि संप्रग प्रमुख सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मजबूती के साथ चिदंबरम के पीछे ख़डे नजर आए हैं. प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा है कि गृहमंत्री की ईमानदारी पर उन्हें कोई संदेह नहीं.
Posted by राजबीर सिंह
at 3:12 am.