अमरनाथ यात्रा धर्म के नाम पर धोखा - स्वामी अग्निवेश
आध्यात्म, विशेष 8:40 pm
श्रीनगर में दोनों के बीच चली एक घंटे की मुलाकात के दौरान कश्मीर की स्थिति को लेकर चर्चा हुई। 'पीस कान्फ्रेंस' में भाग लेने घाटी पहुंचे स्वामी अग्निवेश गिलानी से मिलने उनके हैदर पोरा स्थित घर पहुंचे थे। स्वामी अग्निवेश ने अलगाववादियों के सुर से सुर मिलाते हुए अमरनाथ यात्रा को ‘धार्मिक पाखंड’ करार दिया है।
अग्निवेश का कहना है कि 'अमरनाथ में बनने वाला शिवलिंग एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। इसे धर्म से जोड़ा जाना सही नहीं है।' उन्होंने कहा, ‘मेरी समझ से बाहर है कि लोग अमरनाथ यात्रा के लिए क्यों जाते हैं। यह धर्म के नाम पर धोखा है। मैं इस तरह के धर्म पर यकीन नहीं करता। धर्म वह है जो गरीबों व वंचितों को न्याय दिलाए।’ स्वामी ने अमरनाथ श्राइन बोर्ड के पूर्व चेयरमैन राज्यपाल एसके सिन्हा को निशाना बनाते हुए कहा कि ग्लोबल वार्मिंग से शिवलिंग पिघलने के बाद नकली शिवलिंग तैयार करवाना दुर्भाग्यपूर्ण है। गिलानी ने घाटी की स्थिति पर बात करते हुए कहा कि पत्थरबाजों को गिरफ्तार करना गलत निर्णय था। वहीं कान्फ्रेंस में स्वामी अग्निवेश ने अमरनाथ यात्रा करने वालों को धर्म पर विश्वास नहीं रखने वाला कहा।
अग्निवेश ने पिछले साल घाटी में हुए पत्थरबाजी की घटना के आरोपियों (पत्थरबाजों) की रिहाई के साथ राज्य से सशस्त्र बलों के स्पेशल पावर एक्ट को हटाने की भी मांग की। उन्होंने घाटी में प्रदर्शनों के दौरान मारे गए 118 लोगोंकी मौत की सीबीआई जांच कराने की भी मांग की।
अग्निवेश से मुलाकात के दौरान गिलानी ने कहा कि हम भारतीय लोगों के खिलाफ नहीं है लेकिन हम भारतीय नागरिकों से अपील करते हैं कि वे कश्मीर समस्या को सुलझाने में हमारी मदद करें. एक बार फिर भारत सरकार को आगाह करते हुए गिलानी ने कहा कि कश्मीर का फैसला कश्मीरी लोगों को करने का हक मिलना चाहिए.