बुंदेलखण्ड को लेकर प्रधानमंत्री और मायावती आमने-सामने

बांदा/लखनऊ। बुंदेलखण्ड क्षेत्र के पिछड़ेपन के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जहां मुख्यमंत्री मायावती को जिम्मेदार ठहराया, वहीं मायावती ने क्षेत्र की बदहाली के लिए केंद्र को दोषी बताया और आरोप लगाया कि इस क्षेत्र के विकास में केंद्र ने सहयोग नहीं किया।

मनमोहन सिंह बुंदेलखण्ड से गरीबी और भुखमरी दूर करने का आश्वासन देते हुए उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में फैले इस पिछड़े क्षेत्र के विकास को संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की प्राथमिकता बताया। उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए शनिवार को 7,300 करोड़ रुपये के पैकेज का ऐलान किया।

मायावती सरकार पर बुंदेलखण्ड के विकास के प्रति ढीला रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए सिंह ने कहा, "संप्रग सरकार क्षेत्र के विकास के लिए राहुल गांधी और सोनिया गांधी के मार्गदर्शन में विशेष प्रयास जारी रखेगी।"

बांदा स्थत राजकीय इंटर कालेज में आयोजित कांग्रेस की जनसभा को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र द्वारा बुंदेलखण्ड के लिए जारी अतिरिक्त सहायता राशि के उपयोग में उतनी तेजी नहीं दिखाई जितनी हमें उम्मीद थी।"

प्रधानमंत्री ने 7,300 करोड़ रुपये के विकास पैकेज के तहत होने वाले विकास कार्यो के बारे बताते हुए कहा कि झ्झांसी में एक कृषि केंद्रीय विश्वविद्यालय, छह केंद्रीय विद्यालय और नए उद्योगों की स्थापना की जाएगी तथा सिंचाई के नए संसाधन उपलब्ध कराकर खेती में सुधार लाया जाएगा।

प्रधानमंत्री ने बुंदेलखण्ड के समग्र विकास के लिए उत्तर प्रदेश सरकार व मध्य प्रदेश सरकार को केंद्र के साथ समन्वय स्थापित करने की सलाह दी।

प्रधानमंत्री ने कहा, "बुंदेलखण्ड पैकेज की सफलता इस बात से निर्भर है कि केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश सरकार कितना मिल-जुलकर काम करती है।"

प्रधानमंत्री का भाषण जहां बुंदेलखण्ड के विकास के इर्द-गिर्द घूमता रहा, वहीं कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान मायावती सरकार पर जमकर निशाना साधा।

उत्तर प्रदेश सरकार को क्षेत्र के पिछड़ेपन के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए राहुल ने कहा, "यहां के गरीबों और दलितों की आवाज दिल्ली में बैठी सरकार सुन लेती है, लेकिन लखनऊ में बैठी सरकार को यह नहीं सुनाई पड़ती है।"

बुंदेलखण्ड और अन्य पिछड़े क्षेत्रों से भुखमरी को दूर करने के लिए राहुल ने पूरे देश में भोजन के अधिकार को लागू करने पर जोर दिया। राहुल ने कहा कि इस अधिकार के जरिए कोई भूखे नहीं मरेगा।

दूसरी ओर मुख्यमंत्री मायावती ने पलटवार करते हुए क्षेत्र की बदहाली के लिए केंद्र को ही दोषी बताया और आरोप लगाया कि इस क्षेत्र के विकास में केंद्र ने सहयोग नहीं किया।

उत्तर प्रदेश के कैबिनेट सचिव शशांक शेखर सिंह ने यहां शनिवार देर शाम एक संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री मायावती का बयान जारी करते हुए कहा, "उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले चार वर्षो के शासनकाल में अपने सीमित संसाधनों से बुंदेलखण्ड की बदहाली दूर करने के लिए न सिर्फ हरसंभव प्रयास किए, बल्कि कई कदम भी उठाए।"

सिंह ने कहा कि बुंदेलखण्ड सहित अन्य क्षेत्रों के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मांगे गए 80,000 करोड़ रुपये के विशेष आर्थिक पैकेज के प्रति केंद्र सरकार ने अब तक कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया है।

उल्लेखनीय कि बांदा में ही शनिवार को कांग्रेस की जनसभा में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पार्टी महासचिव राहुल गांधी ने बुंदेलखण्ड के पिछड़पन के लिए मायावती सरकार को जिम्मेदार ठहराया था।

जोश 18 से साभार

Posted by राजबीर सिंह at 5:26 am.

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