हवलदार की गोली से घायल सन्नी की सेंट स्टीफेंस अस्पताल में मौत
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वह दो दिन से वेंटिलेटर पर था। वारदात के समय उसके गले में गोली लगी थी, जो कि शनिवार रात को ही निकाल दी गई थी, लेकिन उसे होश नहीं आया था। डॉक्टरों ने 48 घंटे उसके लिए मुश्किल भरे बताए थे।
मूलरूप से पंजाब के गुरदासपुर निवासी सन्नी की दरियागंज में सन्नी टेलीकॉम नाम से मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान है। उसके पिता सुल्लखन सिंह रेलवे में मशीन मैन हैं, इसलिए वह परिवार के साथ किशनगंज रेलवे कालोनी में रहता था। शनिवार रात लगभग साढ़े आठ बजे वह अपने दोस्त विक्की और अजय के साथ दुकान बंद कर घर लौट रहा था।
पुल मिठाई के पास मेवा व्यवसायी अमरजीत सिंह की हत्या कर भाग रहे हवलदार अजय तोमर ने पीछा करते समय उसे गोली मार दी थी। घायल सन्नी को विक्की और अजय सेंट स्टीफेंस अस्पताल ले गए थे।
डॉक्टरों के अनुसार शनिवार रात ही सन्नी की गर्दन से गोली निकाल दी गई थी, लेकिन तब से उसे होश नहीं आया था। इसके बाद सोमवार को गंगाराम अस्पताल के डॉक्टरों ने सेंट स्टीफेंस जाकर सन्नी के स्वास्थ्य की जांच की थी और उसकी स्थिति को लेकर संतुष्टि जताई थी। यह जानकारी पुलिस को भी दी गई थी, लेकिन रात लगभग सवा नौ बजे सन्नी की मौत हो गई।
सब्जी मंडी मोर्चरी में मंगलवार को उसके शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इससे पहले सोमवार को दिन में पुलिस कमिश्नर बीके गुप्ता ने बहादुरी दिखाने के लिए सन्नी के परिजनों को 50 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की।