आंखों के लिए बेहद नुकसान दायक हो सकती है "एस्प्रिन"

हृदय रोग में फायदा पहुंचाने वाली दवा एस्प्रिन आंखों के लिए बेहद नुकसान दायक भी साबित हो सकती है.

एक ताजा अध्ययन के अनुसार इसके लगातार सेवन से आंखें की रोशनी तक जा सकती है.

यूरोप में हुए एक ताजा अध्ययन के मुताबिक एस्प्रिन लेने वाले लोगों में बढ़ती हुई उम्र में मांसपेशियों के शिथिल होने का खतरा इसे नहीं लेने वालों की तुलना में दोगुना तक बढ़ जाता है साथ ही आंखों की रोशनी जाने का भी खतरा काफी अधिक होता है.

नीदरलैंड के इंस्टीटय़ूट फार न्यूरोसाइंस के शोधकर्ता पाल्स डि जोंग की अगुवाई में हुए इस शोध में नार्वे, एस्टोनिया, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली और स्पेन के करीब 4700 लोगों को शामिल किया गया. शोध में शामिल लोगों की उम्र 65 वर्ष से अधिक थी.

अध्ययन के मुताबिक रोजाना एस्प्रिन लेने वाले 839 लोगों में से 36 लोगों को आंखों से संबंधित बीमारी, वेट मस्कुलर डिजनरेशन से पीड़ित पाया गया. आंखों की रक्त नलिकाओं में रिसाव होने से होती है. इसके कारण आंखों की रोशनी धीरे-धीरे कम होने लगती है.बीमारी का यह स्तर घातक होता है.

अमेरिकी में 60 वर्ष से ऊपर के लाखों लोग मस्कुलर डिजेनरेशन से प्रभावित हैं. डि जोंग ने बताया कि हृदय रोगों और आंखों की बीमारी के बीच संबंध काफी विवादित है.

उन्होंने कहा कि हृदय संबंधी रोगों के लिए एस्प्रिन लेने वाले लोगों में आंखों की रोशनी जाने अथवा आंख संबंधी रोग होने का खतरा काफी अधिक पाया गया है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यदि शरीर में हृदय ही ठीक से काम न करें तो स्वस्थ आंखों का भी क्या फायदा.

बोस्टन के ब्रिगहेम एंड विमेंस अस्पताल के डाक्टर विलियम क्रिस्टीन ने कहा, बढती उम्र में जब आंखे कमजोर होने लगती हैं तब भी मैं लोगों को यही सलाह दूंगा कि वे एस्प्रिन नहीं ले.

Posted by राजबीर सिंह at 5:41 am.

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