गाज़ियाबाद : इंजीनियर की पत्नी ने की दो बेटियों सहित आत्महत्या
उत्तर प्रदेश, क्षेत्रीय, ताजा खबरें 10:34 pm
भूषण स्टील कंपनी में इंजीनियर की पत्नी सुनीता व दो युवा बेटियों प्रीति और प्रेरणा की संदिग्ध परिस्थितियों में जहर खाने से मौत हो गयी.
गाजियाबाद के थाना कविनगर क्षेत्र के संजयनगर सेक्टर-23 में रहने वाले भूषण स्टील कंपनी में इंजीनियर की पत्नी सुनीता व दो युवा बेटियों प्रीति और प्रेरणा की संदिग्ध परिस्थितियों में जहर खाने से मौत हो गयी. पुलिस का मानना है कि गृह क्लेश के चलते इंजीनियर की पत्नी ने यह कदम उठाया है.
पुलिस ने मौत की असली वजह जानने को शवों को पोस्टमार्टम को भेजा तथा रात को घर में बना खाना कब्जे में लेकर उसके नमूने जांच को भेजे गये हैं. इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गयी तथा अस्पताल व घटनास्थल पर लोगों का तांता लग गया. पुलिस के अनुसार घटनास्थल से मिले सुसाइड नोट में महिला ने आत्महत्या के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराते हुए पति से माफ करने का अनुरोध किया है.
संजयनगर सेक्टर-23 में जे-401 में रहने वाले राकेश उपाध्याय सांिहबाबाद क्षेत्र स्थित भूषण स्टील में इलेक्ट्रिल इंजीनियर हैं. वे मूलरुप से जेपीनगर (अमरोहा) के गांव सरकड़ी के रहने वाले हैं. एसओ कविनगर अवनीश गौतम ने बताया कि राकेश उपाध्याय का कहना है कि वह सुबह करीब पांच बजे अपनी बेटियों की उल्टी करने तथा कराहने की आवाज पर नींद से उठे. जब वह बराबर के कमरे में पहुंचे तो उनकी बड़ी बेटी ने कहा कि वे उन्हें बचा लें. राकेश ने देखा कि उनकी दोनों बेटियां व पत्नी उल्टी कर रही थीं.
पड़ोसियों की मदद से इन तीनों को गंभीर अवस्था में कविनगर के सवरेदय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां सभी को आईसीयू में रखकर इलाज किया जा रहा था लेकिन करीब साढे आठ बजे उपचार के दौरान राकेश उपाध्याय की बड़ी बेटी प्रीति उपाध्याय (24) की मौत हो गयी. इसके एक घंटे बाद छोटी बेटी प्रेरणा (18) ने भी दम तोड़ दिया, जबकि करीब साढ़े 11 बजे पत्नी सुनीता (47) की भी मौत हो गयी. दो बेटियों व उनकी मां की मौत होने खबर पाकर सीओ द्वितीय प्रवीण रंजन व अन्य अधिकारी भी मौके पर पंहुचे. इसबीच अस्पताल में उपाध्याय परिवार के लोग व पड़ोसी भी बड़ी संख्या में वहां पहुंच गये.
राकेश उपाध्याय ने पुलिस को दिये बयान में कहा कि आम दिनों की भांति सोमवार को भी वह अपनी ड्यूटी से शाम को घर लौटे थे और खाना खाने के बाद करीब 11 बजे सभी सो गये थे. उनकी तबियत खराब थी उनके पैर भी पत्नी ने दबाये थे. यह घटना क्यों हुई वह नहीं जानते. वह नींद से जागे तो पता चला उनकी पत्नी सुनीता व छोटी बेटी प्रेरणा भी उल्टी कर रही हैं और उनकी हालत बहुत खराब हो चुकी है. तब उन्हें आसपास के लोगो की सहायता से अस्पताल में दाखिल कराया,जहां तीनों की मौत हो गयी.
पुलिस का कहना है कि अब तक मामले की जांच में पता चला कि राकेश उपाध्याय के घर में पारिवारिक कलह थी. हालांकि कलह का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है. जांच में पता चला कि इन तीनों ने जहर खाया था. माना जा रहा है कि गृह क्लेश के चलते मां ने बेटियों को जहर खिलाने के बाद खुद भी जहर खा लिया होगा. हालांकि इसका पता लगाना मुश्किल है कि प्रीति व प्रेरणा ने जहर खुद खाया था या फिर उन्हें धोखे से जहर दिया गया था. पुलिस मामले की तह तक जाने के लिए बारीकी से जांच कर रही है.
मृतकों में प्रीति पढाई पूरी करने के बाद सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही थी और उसकी हाल ही कहीं शादी भी तय हो गयी थी, जबकि दूसरी बेटी महानगर के एक कॉलेज से बीएससी कर रही थी.
राकेश उपाध्याय के एक बेटा गौरव भी था, जिसकी करीब आठ साल पहले मौत हो गयी. बताया गया है कि उस समय आठ वर्षीय गौरव ने कोई स्टंट फिल्म देखी थी और अज्ञानता के चलते उसने घर के बाथरूम में स्टंट करने की कोशिश की थी और परिणामस्वरुप उसकी मौत हो गयी थी.
बताया गया है कि बेटे की असमय मौत से सुनीता को भारी आघात लगा था और वह डिप्रेशन में भी चली गयी थी. माना जा रहा है कि इसी डिप्रेशन के चलते परिवार में पति- पत्नी के बीच मनमुटाव रहने लगा और इसकी कीमत राकेश उपाध्याय ने अपनी पत्नी व बेटियों की जान गंवाकर चुकायी. घटना के बाद से क्षेत्र में शोक की लहर है. थाना पुलिस का कहना है कि खाने के नमूने भी लिये गये हैं ताकि पता लगाया जा सके कि खाने में तो जहर तो नहीं था. उधर पुलिस पीएम रिपोर्ट का भी इंतजार कर रही है. उधर पूरे इलाके में शोक की लहर है.
गाजियाबाद के थाना कविनगर क्षेत्र के संजयनगर सेक्टर-23 में रहने वाले भूषण स्टील कंपनी में इंजीनियर की पत्नी सुनीता व दो युवा बेटियों प्रीति और प्रेरणा की संदिग्ध परिस्थितियों में जहर खाने से मौत हो गयी. पुलिस का मानना है कि गृह क्लेश के चलते इंजीनियर की पत्नी ने यह कदम उठाया है.
पुलिस ने मौत की असली वजह जानने को शवों को पोस्टमार्टम को भेजा तथा रात को घर में बना खाना कब्जे में लेकर उसके नमूने जांच को भेजे गये हैं. इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गयी तथा अस्पताल व घटनास्थल पर लोगों का तांता लग गया. पुलिस के अनुसार घटनास्थल से मिले सुसाइड नोट में महिला ने आत्महत्या के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराते हुए पति से माफ करने का अनुरोध किया है.
संजयनगर सेक्टर-23 में जे-401 में रहने वाले राकेश उपाध्याय सांिहबाबाद क्षेत्र स्थित भूषण स्टील में इलेक्ट्रिल इंजीनियर हैं. वे मूलरुप से जेपीनगर (अमरोहा) के गांव सरकड़ी के रहने वाले हैं. एसओ कविनगर अवनीश गौतम ने बताया कि राकेश उपाध्याय का कहना है कि वह सुबह करीब पांच बजे अपनी बेटियों की उल्टी करने तथा कराहने की आवाज पर नींद से उठे. जब वह बराबर के कमरे में पहुंचे तो उनकी बड़ी बेटी ने कहा कि वे उन्हें बचा लें. राकेश ने देखा कि उनकी दोनों बेटियां व पत्नी उल्टी कर रही थीं.
पड़ोसियों की मदद से इन तीनों को गंभीर अवस्था में कविनगर के सवरेदय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां सभी को आईसीयू में रखकर इलाज किया जा रहा था लेकिन करीब साढे आठ बजे उपचार के दौरान राकेश उपाध्याय की बड़ी बेटी प्रीति उपाध्याय (24) की मौत हो गयी. इसके एक घंटे बाद छोटी बेटी प्रेरणा (18) ने भी दम तोड़ दिया, जबकि करीब साढ़े 11 बजे पत्नी सुनीता (47) की भी मौत हो गयी. दो बेटियों व उनकी मां की मौत होने खबर पाकर सीओ द्वितीय प्रवीण रंजन व अन्य अधिकारी भी मौके पर पंहुचे. इसबीच अस्पताल में उपाध्याय परिवार के लोग व पड़ोसी भी बड़ी संख्या में वहां पहुंच गये.
राकेश उपाध्याय ने पुलिस को दिये बयान में कहा कि आम दिनों की भांति सोमवार को भी वह अपनी ड्यूटी से शाम को घर लौटे थे और खाना खाने के बाद करीब 11 बजे सभी सो गये थे. उनकी तबियत खराब थी उनके पैर भी पत्नी ने दबाये थे. यह घटना क्यों हुई वह नहीं जानते. वह नींद से जागे तो पता चला उनकी पत्नी सुनीता व छोटी बेटी प्रेरणा भी उल्टी कर रही हैं और उनकी हालत बहुत खराब हो चुकी है. तब उन्हें आसपास के लोगो की सहायता से अस्पताल में दाखिल कराया,जहां तीनों की मौत हो गयी.
पुलिस का कहना है कि अब तक मामले की जांच में पता चला कि राकेश उपाध्याय के घर में पारिवारिक कलह थी. हालांकि कलह का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है. जांच में पता चला कि इन तीनों ने जहर खाया था. माना जा रहा है कि गृह क्लेश के चलते मां ने बेटियों को जहर खिलाने के बाद खुद भी जहर खा लिया होगा. हालांकि इसका पता लगाना मुश्किल है कि प्रीति व प्रेरणा ने जहर खुद खाया था या फिर उन्हें धोखे से जहर दिया गया था. पुलिस मामले की तह तक जाने के लिए बारीकी से जांच कर रही है.
मृतकों में प्रीति पढाई पूरी करने के बाद सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही थी और उसकी हाल ही कहीं शादी भी तय हो गयी थी, जबकि दूसरी बेटी महानगर के एक कॉलेज से बीएससी कर रही थी.
राकेश उपाध्याय के एक बेटा गौरव भी था, जिसकी करीब आठ साल पहले मौत हो गयी. बताया गया है कि उस समय आठ वर्षीय गौरव ने कोई स्टंट फिल्म देखी थी और अज्ञानता के चलते उसने घर के बाथरूम में स्टंट करने की कोशिश की थी और परिणामस्वरुप उसकी मौत हो गयी थी.
बताया गया है कि बेटे की असमय मौत से सुनीता को भारी आघात लगा था और वह डिप्रेशन में भी चली गयी थी. माना जा रहा है कि इसी डिप्रेशन के चलते परिवार में पति- पत्नी के बीच मनमुटाव रहने लगा और इसकी कीमत राकेश उपाध्याय ने अपनी पत्नी व बेटियों की जान गंवाकर चुकायी. घटना के बाद से क्षेत्र में शोक की लहर है. थाना पुलिस का कहना है कि खाने के नमूने भी लिये गये हैं ताकि पता लगाया जा सके कि खाने में तो जहर तो नहीं था. उधर पुलिस पीएम रिपोर्ट का भी इंतजार कर रही है. उधर पूरे इलाके में शोक की लहर है.
Posted by राजबीर सिंह
at 10:34 pm.