पाकिस्तान पर हमले की दशा मै अफगानिस्तान पाक के साथ

अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने कहा है कि अगर पाकिस्तान पर कोई हमला करता है तो उनका देश पाक के साथ खड़ा होगा.

हामिद करजई ने कहा है कि अमेरिका और भारत सहित अगर कोई भी देश पाकिस्तान पर हमला करता है तो उस सूरत में उनका देश पाकिस्तान के साथ ही खड़ा होगा.

करजई ने पाकिस्तान के एक टेलीविजन चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘भगवान ऐसी स्थिति को रोके लेकिन अगर किसी भी वक्त पाकिस्तान और अमेरिका के बीच युद्ध होता है तो हम पाकिस्तान का साथ देंगे.’’

जब करजई से यह पूछा गया कि अगर भारत हमला करता है तो क्या अफगानिस्तान, पाकिस्तान का साथ देगा तो उन्होंने कहा, ‘‘कोई भी पाकिस्तान पर हमला करता है तो अफगानिस्तान, पाकिस्तान का साथ देगा. अफगानिस्तान, पाकिस्तान का भाई होगा और वह अपने भाई से विश्वासघात नहीं करेगा.’’

गौरतलब है कि इस बयान से चंद हफ्ते पहले ही तालिबान आतंकवादियों के साथ पाकिस्तान के कथित संबंधों पर करजई ने सवाल खड़े किए थे.

उनका हालिया बयान ऐसे समय में आया है जब हक्कानी जैसे आतंकवादी समूहों के खिलाफ पाकिस्तान द्वारा पर्याप्त कार्रवाई नहीं कर पाने के कारण अमेरिका और पाकिस्तान के रिश्तों में खटास आई है.

इससे पहले शुक्रवार को, अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा था कि हक्कानी जैसे आतंकवादी समूहों के खिलाफ अमेरिका एकतरफा कार्रवाई नहीं करना चाहता है लेकिन उन्होंने पाकिस्तान से यह भी मांग की थी कि वह कुछ दिनों या हफ्तों के भीतर इस समूह के खिलाफ कार्रवाई करे.

जब करजई से यह पूछा गया कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध होता है तो वह क्या करेंगे तो उन्होंने कहा, ‘‘अगर पाकिस्तान पर कोई भी
हमला करता है और इस देश के लोगों को अफगानिस्तान की सहायता की जरूरत पड़ती है तो अफगानिस्तान, पाकिस्तान के साथ खड़ा होगा.’’

अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और शांति दूत बुरहानुद्दीन रब्बानी की हत्या के बाद करजई ने पाकिस्तान की भूमिका पर काफी सवाल खड़े किए थे और यहां तक कहा था कि पाकिस्तान के सहयोग के बिना तालिबान कुछ भी करने में सक्षम नहीं है.

'पाकिस्तान हमारा भाई है'

साक्षात्कार के दौरान पाकिस्तान के प्रति करजई का रुख काफी नरम रहा और उन्होंने इस देश को अपना भाई बताया.

उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान हमारा भाई है. पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के साथ चाहे जो भी किया हो उसके बावजूद वह हमारा भाई है.’’

इसके अलावा भारत और अफगानिस्तान के बीच हाल में हुए रणनीतिक भागीदारी संबंधी समझौतों पर पाकिस्तान की चिंताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि दोनों देश (भारत-अफगानिस्तान) इन समझौतों पर वर्षों से काम कर रहे थे.

करजई ने कहा, ‘‘भारत के साथ हमारे संबंध और इसके साथ हुए रणनीतिक भागीदारी संबंधी समझौते आनन-फानन में नहीं हुए हैं. यह ऐसी चीज है जिस पर हम पिछले कई वर्षों से काम कर रहे थे. भारत की यात्रा इन परेशानियों के होने से पहले हुई थी. इसकी रूपरेखा काफी पहले ही तैयार की गई थी.’’

गौरतलब है कि अफगानिस्तान और भारत के बीच हाल में जो रणनीतिक समझौते हुए हैं उसके चलते अफगानिस्तान और पाकिस्तान के संबंधों में तनाव उत्पन्न हो गया था.

करजई ने यह भी कहा कि अमेरिका और पाकिस्तान के बीच जो तनाव उत्पन्न हुआ है, वह इस्लामाबाद के प्रति काबुल के रवैये के कारण नहीं है.

उन्होंने कहा, ‘‘आप जानते हैं कि पाकिस्तान के साथ हमारा यह संबंध पिछले काफी समय से है और अगर इसमें भाईचारे की बात आती है तो आप यह पाएंगे कि किसी भी मुसीबत के वक्त अफगानिस्तान आपके साथ होगा.’’

बहरहाल, करजई ने स्पष्ट तौर पर यह भी स्वीकार किया कि पाकिस्तान जिस तरीके से उनके देश के साथ बर्ताव कर रहा है, उसे लेकर अफगानिस्तान को दु:ख है.

अफगानिस्तान आपके साथ होगा.’’उन्होंने कहा, ‘‘भाई, कृपया आप उन तरीकों का इस्तेमाल करना बंद कीजिए जो हमें आहत करती हैं और इसके कारण आप भी आहत हो रहे हैं. हम मिलकर एक भिन्न मंच पर काम करें, एक ऐसा मंच जहां से दोनों भाई शांति और सद्भाव वाले एक बढ़िया भविष्य की ओर कदम बढ़ा सकें.

करजई ने पाकिस्तान की उस सहायता को भी याद किया जब 1980 के दशक में रूस ने अफगानिस्तान पर चढ़ाई की थी और देश के लाखों नागरिकों ने पाकिस्तान में जाकर शरण ली थी.

Posted by राजबीर सिंह at 10:16 pm.

ब्रेकिंग न्यूज़

 

2010-2011 आवाज़ इंडिया मीडिया प्रॉडक्शन. All Rights Reserved. - Designed by Gajender Singh