अंधेरे पर उजाले की जीत के प्रतीक - दिवाली के उत्साह में डूबा पूरा देश

देश के सभी शहरों में लोग अंधेरे पर उजाले की जीत के प्रतीक इस त्योहार को मना रहे हैं.

दिवाली का उत्सव दो दिन पहले धनतेरस से ही शुरू हो जाता है और भैया दूज तक पूरे पांच दिन तक चलता है.

इस साल दिवाली बुधवार 26 अक्टूबर को मनाई जा रही है. इसी दिन मुख्य पूजा यानि लक्ष्मी पूजन किया जाता है.

शुभ योग
जानकारों का कहना है कि इस बार दिवाली पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं. दस साल बाद तुला राशि में चार ग्रहों का मिलन, चित्रा नक्षत्र और सात साल बाद बुधवार का विशेष संयोग हो रहा है. ये संयोग वैभव, स्थायित्व और सुख-समृद्धि की दृष्टि से बेहद अच्छा माना जाता है.

पंडितों का कहना है कि 17 अक्टूबर को सूर्य ने कन्या राशि से तुला राशि में आया था. इसके बाद 26 अक्टूबर को दीपावली पर पूर्वाह्न 11 बज कर 59 मिनट पर चंद्रमा का तुला राशि में प्रवेश होगा. इस तरह तुला राशि में दिवाली पर सूर्य, बुध, शुक्र और चंद्रमा विचरण करेंगे. तुला में चतुर्ग्रही योग के साथ जहां सूर्य का नीच-भंग राजयोग बनेगा.

अनेकों मान्यताएं
दीपावली को लेकर कई तरह की मान्यताएं प्रचलित हैं. कहा जाता है कि लंका विजय के बाद आज ही के दिन बगवान श्री राम अपनी राजधानी अयोध्या लौटे थे. भगवान श्री राम के स्वागत में ही अयोध्यावासियों ने घरों में दीप जलाए थे.

दीप जलाने की परंपरा शायद इसलिए भी पड़ी क्योंकि आज री रात अमावस की रात होती है. अमावस्या की रात गहन काली, अंधेरी रात होती है और इसी को दूर भगाने के लिए रोशनी की जाती है.

दीपावली के दिन आज भी लोग घरों में रोशनी करते हैं और पटाखे चलाते हैं.

यह भी मान्यता है कि आज के दिन धन की देवी लक्ष्मी का पूजन करने से घर में खुशहाली और समृद्धि आती है. कहा जाता है कि लक्ष्मी पूजन से ही घर में लक्ष्मी विराजती हैं. ज्योतिषियों के मुताबिक इस साल महालक्ष्मी की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 7.15 से 10.55 बजे तक है.

दीपावली का पर्व इसलिए भी ख़ास होता है क्योंकि यही नई फसल का समय है और इसी समय से मौसम में भी परिवर्तन आना शुरू हो जाता है. कई महीनों की गर्मी के बाद अब सर्दियां शुरू हो जाती है. दीपावली के वक्त हल्की ठंड से इस पर्व का उसत्साह और भी बढ़ जाता है.

दीपावली के दो दिन पहले से ही लोग खूब खरीददारी कर रहे हैं. इस मौके पर मिठाइयां भी बंटने की परंपरा है. लोग एक-दूसरे को मिठाइयां बांटते हैं और नए वस्त्र पहनते हैं और आतिशबाजी करते हैं.


राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने दी बधाई
राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दीवाली की पूर्व संध्या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं.

अपने संदेश में पाटील ने कहा, "दीपावली के इस पर्व पर मैं अपने सभी देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं देती हूं."

उन्होंने कहा, "यह पर्व अंधकार और उदासी को दूर कर आप सभी के जीवन में हर्ष, प्रसन्नता और समृद्धि लाए."

उपराष्ट्रपति अंसारी ने भी लोगों को बधाई और शुभकामनाएं दीं.

अपने संदेश में उन्होंने कहा, "दीपावली के पावन अवसर पर मैं देशवासियों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं. यह प्रकाश पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है और जीवन में सच्चे नैतिक मूल्य पर चलने के हमारे संकल्प को दृढ़ता प्रदान करता है."

उन्होंने कहा, "मैं कामना करता हूं कि इस त्योहार के आदर्श आपके जीवन में शांति, समृद्धि और खुशहाली लाएं."

वहीं, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि यह ऐसा राष्ट्रीय त्योहार है जिसमें सभी समुदाय के लोग मिलजुल कर और भाईचारे के साथ खुशियां मनाते हैं.

एक संदेश में उन्होंने कहा कि यह प्रकाश का त्योहार शांति, खुशी और समृद्धि का प्रतीक है.

उन्होंने कहा, "यह बुराई पर अच्छाई की जीत और ज्ञान का प्रकाश फैलाने के लिए मनाया जाता है."

सिंह ने कहा, "यह एक राष्ट्रीय त्योहार है जिसमें सभी समुदाय के लोग मिलजुल कर और भाईचारे के साथ खुशियां मनाएं तथा राष्ट्रीय एकता कायम रखें."

उन्होंने कहा, "यह दीपावली आप सभी देशवासियों दुनियाभर में छाए भारतीयों के लिए शांति और समृद्धि लाए."

उल्लेखनीय है कि दीवाली बुधवार को मनाया जाएगा.

Posted by राजबीर सिंह at 10:23 pm.

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